‘राहुल गांधी की नागरिकता छीने सरकार’, स्वामी ने HC में दायर की याचिका

अबतक इंडिया न्यूज 16 अगस्त । लंबे अरसे से शांत चल रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्वामी ने राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. इस अर्जी में उन्होंने आग्रह किया है कि हाईकोर्ट गृह मंत्रालय को राहुल गांधी की इंडियन सिटीजनशिप रद्द करने का निर्देश जारी करे.
स्वामी ने गृह मंत्रालय को लिखा था पत्र
लीगल वेबसाइट बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वामी ने 2019 में गृह मंत्रालय को एक लेटर लिखकर इस बारे में खुलासा किया था. उन्होंने अपने पत्र में दावा किया था कि राहुल गांधी एक ब्रिटिश फर्म बैकॉप्स लिमिटेड में डायरेक्टर थे. यह फर्म 2003 में ब्रिटेन में रजिस्टर्ड हुई थी.
सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने 10 अक्टूबर 2005 और 31 अक्टूबर 2006 को सालाना रिटर्न दाखिल किया. उन वार्षिक रिटर्न से पता चला कि राहुल गांधी ने अपनी राष्ट्रीयता ब्रिटिश घोषित की थी. इसके बाद वर्ष 17 फरवरी 2009 को बैकॉप्स लिमिटेड कंपनी का विघटन हो गया. उस विघटन के आवेदन पत्र में राहुल गांधी ने अपनी नागरिकता एक बार फिर ब्रिटिश घोषित की थी.
‘5 साल बाद भी नहीं हुआ कोई एक्शन’
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने ऐसा करके भारतीय संविधान का उल्लंघन किया है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 9 और भारतीय नागरिकता अधिनियम 1955 में नागरिकता देने या छोड़ने के नियम बताए गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी का लेटर मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने 29 अप्रैल, 2019 को राहुल गांधी को पत्र लिखकर इस संबंध में 15 दिनों के भीतर तथ्यात्मक स्थिति सामने रखने को कहा था.
सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि उन्हें लेटर दिए हुए 5 साल बीत चुके हैं. इसके बावजूद गृह मंत्रालय ने अब तक इस पर क्या एक्शन लिया है, अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है. बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी ने अब इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय को राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश देने की मांग की है.
लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं राहुल गांधी
बताते चलें कि राहुल 5 बार के सांसद हैं. वे 3 बार अमेठी से चुनाव जीत चुके हैं. पिछली बार वे वायनाड से चुनाव जीते थे. जबकि इस बार रायबरेली सीट से सांसद चुने गए हैं. राहुल गांधी कांग्रेस के सीनियर नेता होने के साथ ही लोकसभा में विपक्ष के नेता भी हैं. उनके नेतृत्व में पार्टी को फिर से अपना खोया गौरव पाने की उम्मीद है. हालांकि नरेंद्र मोदी के पीएम रहते, यह उम्मीद कितनी पूरी हो पाती है. यह देखने लायक बात होगी.