दो दिवसीय चिल्ड्रन फेस्टिवल ‘आजू-गूजा’ शनिवार से, प्रातः 10.30 बजे होगा उद्घाटन

अबतक इंडिया न्यूज बीकानेर, 21 फरवरी। जिला प्रशासन के तत्वावधान में पहली बार आयोजित होने वाले दो दिवसीय चिल्ड्रन फेस्टिवल ‘आजू-गूजा’ की शुरूआत शनिवार को होगी। इसका उद्घाटन प्रातः 10.30 बजे रेलवे ग्राउण्ड में होगा। जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने बताया कि इसमें 3 से 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों का प्रातः 10 से सायं 7 बजे निःशुल्क प्रवेश रहेगा। फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर टेंट, सफाई, फायर ब्रिगेड, मोबाइल टायलेट, होमगार्ड तैनातगी आदि कार्यों के लिए नगर निगम आयुक्त, माईक-स्पीकर, एलईडी और विद्युत व्यवस्था के लिए बीकानेर विकास प्राधिकरण आयुक्त, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है। इसी प्रकार आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को लाने-ले जाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक, छात्रावासों के बच्चों के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक तथा स्कूली बच्चों के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं। वाहन व्यवस्था के लिए परिवहन अधिकारी, चिकित्सा सुविधाओं के लिए मेडिकल काॅलेज प्राचार्य और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है।
चिल्ड्रन फेस्टिवल में बच्चों के लिए पपेट्री, स्टोरी टेलिंग, थिएटर, चित्रकला, माइम, पॉटरी मेकिंग, ऑरिगेमी, क्लाउन, जादूगर, ब्रेन टीज़र, वेंट्री लोकिस्ट, कावड़, बॉयोस्कोप, फोक म्यूजिक एवं नृत्य के अलावा 50 से अधिक परफार्मिंग आर्टिस्ट बीकानेर आएंगे। उद्घाटन कार्यक्रम का विशेष आकर्षण ड्रम सर्किल का प्रदर्शन रहेगा। इसमें 50 बच्चे एक साथ अफ्रीकन ड्रम जेम्बे को बजाएंगे। दिल्ली के 200 से अधिक बच्चे ‘आजू गूजा’ गाने पर नृत्य करेंगे। जयपुर के थिएटर ग्रुप अनुरंजन द्वारा ‘उपहार’ नाटक की प्रस्तुति दी जाएगी। दिल्ली की कठपुतली कलाकार जयश्री हाथों की कठपुतली का प्रदर्शन करेगी। फेस्टिवल में पहली बार छोटे बच्चों के लिए पुस्तकों का प्रकाशन करने वाले प्रमुख प्रकाशक भागीदारी निभाएंगे। इनमें प्रथम, नेशनल बुक ट्रस्ट, एकलव्य, अमर चित्र कथा, आदिदेव, राजकमिक्स, कॉलास्टिक आदि प्रकाशक प्रमुख हैं। बच्चों के लिए रीडिंग कार्नर बनाया जाएगा।बच्चों की किताबें लिखने वाले लेखकों के साथ ऑथर इंटरेक्शन का कार्यक्रम होगा।
पहले दिन बच्चों के लिए ग्लास पेंटिंग, पेबल पेंटिंग, पेपर बेग एम्बॉसमेंट, पॉटरी एवं क्ले मॉडलिंग, डूडलिंग, रॉक बैलेंसिंग और ओरिगामी गतिविधियों का आयोजन होगा। पेपर क्विलिंग, कैलीग्राफी, ब्लॉक प्रिंटिंग, स्क्रीन प्रिंटिंग, बंधेज, उस्ता कला, क्लॉथ पेंटिंग, स्टेम एजुकेशन, फेस पेंटिंग, कैरीकेचर, चारपाई मेकिंग की कार्यशालाएं आयोजित होंगी। बच्चों के लिए उधम ओलम्पिक का विशेष कोना रखा गया है। इसमें बच्चे पारम्परिक खेल खेलेंगे। बच्चों के लिए वॉल क्लाइम्बिंग की व्यवस्था रखी गयी है। जोधपुर के युवा लोक कलाकार दिगपाल सिंह राठौड़ पुराने लोक भजन गिटार पर सिखाएंगे। इसके साथ लॉन्ग मेन, जादूगर, रावण हत्था आकर्षण के प्रमुख केंद्र होंगे।
फेस्टिवल में आने वाले बच्चों के लिए आर्ट और पेंटिंग का विशेष आयोजन किया जा रहा है। कैनवास, पेपर और डूडलिंग के माध्यम से छोटे बच्चों के लिए 10 से अधिक कला विशेषज्ञों को जोड़ा गया है।
तीन से 14 साल तक के बच्चों की ही होगी एंट्री
फेस्टिवल में माता-पिता या अभिभावक बच्चों के साथ ही प्रवेश ले सकेंगे। वयस्कों को अलग से प्रवेश नहीं मिलेगा। यह फेस्टिवल 3-14 साल तक के बच्चों के लिए ही आयोजित किया जा रहा है।फेस्टिवल में किसी भी तरह के प्रोसेस्ड पिज़्ज़ा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक इत्यादि जंक फ़ूड को प्रमोट नहीं किया जाएगा। बाजरे और मिलेट से बनी घरेलू और पौष्टिक खाने की चीज़ों की स्टाल्स बच्चों के लिए उपलब्ध रहेगी। पीने के लिए नींबू पानी और छाछ जैसे पेय पदार्थों का इंतज़ाम रहेगा। इसके लिए रेलवे ग्राउंड को कार्निवल की तरह रूप दिया जायेगा। फेस्टिवल की पूरी डिजाइन बच्चों के मनोरंजन और उनकी रचनात्मकता को ध्यान में रखते हुए किया पूरे स्टेडियम को रंग-बिरंगे इंस्टालेशन से तैयार किया जाएगा। जिससे बच्चों के मनोरंजन और उनकी कल्पनाशीलता को और निखरने का मौका मिले।