
अबतक इंडिया न्यूज नोखा 15 अप्रैल । नोखा में आज एडीजे मुकेश कुमार के फैसले से राजनीतिक भूचाल आ गया है।वर्तमान पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर को चुनाव चिन्ह मामले में दोषी मानते हुए अयोग्य घोषित कर दिया ।एडीजे कोर्ट के इस फैसले से नोखा की स्थानीय राजनीति में बड़ा भूचाल सा आ गया है।
एक और जहां विपक्षियों को खुशियां मनाने का मौका मिला है वहीं अगले पालिकाध्यक्ष को लेकर भी कयास शुरू हो गए है।राजनीतिक जानकार इसे हाल ही में कई पालिकाओं में हुए बदलाव से जोड़कर भी देख रहे है।ऐसे में अब नए पालिकाध्यक्ष का ताज किसके सर पर सजेगा।
हालांकि कोर्ट के निर्णय के बाद हाइकोर्ट का रास्ता अभी भी नारायण झंवर के लिए खुला है।लेकिन हाई कोर्ट में अपील करने की समय सीमा व हाई कोर्ट एडीजे कोर्ट के निर्णय को किस रूप में लगा तक सरकार क्या करेगी।
गेंद अब पूरी तरह सत्ताधारी बीजेपी के पाले में है।कोर्ट की कानूनी पेचीदगियों के बीच की समय सीमा में बीजेपी अब किसे नोखा पालिका का कार्यभार सौंपेगी।इसे लेकर दावेदारो की भी रस्साकस्सी शुरू हो गई है।सरकार के लिए भी किसी जनप्रतिनिधि को कार्यभार सौंपना इतना आसान नहीं होगा ।
नारायण के पार्षदों की वैद्यता का क्या होगा
जब पालिकाध्यक्ष नारायण झंवर चुनाव चिन्ह को लेकर अयोग्य घोषित हो गए तो उनकी पार्टी के पार्षदों की वैद्यता भी अब संदिग्धता के दायरे में आ गई है। स्थानीय मीडिया की माने तो पार्षदों के चुनाव चिन्ह की वैद्यता को लेकर भी मामला कोर्ट में लंबित है।पलिकाध्यक्ष झँवर ने न्यायपालिका पर भरोसा जताया है ।