
अबतक इंडिया न्यूज 24 अप्रैल नई दिल्ली । पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद मोदी सरकार एक्शन में आ गई है. भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए एक तरफ जहां सिंधु जल संधि का खत्म करने का फैसला लिया है, वहीं पाकिस्तानी राजनयिकों से 7 दिनों के अंदर देश छोड़ने को भी कह दिया है. इस कदम से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. शहबाज शरीफ की सरकार ने सीसीएस की बैठक बुलाई है, जहां कुछ खास फैसले लिए जा सकते हैं.
पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर मोदी सरकार के फैसले ने पड़ोसी देश में खलबली पैदा कर दी है. उनके नेताओं को समझ नहीं आ रहा कि आगे किस तरह बढ़ा जाए और इसीलिए वह गीदड़भभकी देने पर उतर आए हैं. दूसरी ओर, मोदी सरकार ने हमले के संबंध में जानकारी मुहैया कराने के लिए गुरुवार को सभी दलों की एक बैठक बुलाई है.
गृह मंत्रालय में रॉ और IB चीफ़ की गृह सचिव के साथ हाईलेवल मीटिंग
गृह मंत्रालय में रॉ और IB चीफ़ की गृह सचिव के साथ उच्च स्तरीय बैठक रही है, जहां पहलगाम हमले और अंतरिक्ष सुरक्षा के हालात को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हो रही है. 22 अप्रैल को अनंतनाग के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में एक विदेशी नागरिक सहित 26 लोगों की मौत हो गई थी. मरनेवालों में ज्यादातर टूरिस्ट थे.
दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के पास हंगामा, जुटे 500 से अधिक लोग
पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध में यहां पाकिस्तान उच्चायोग के पास 500 से अधिक लोगों ने प्रदर्शन किया. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर सैलानी थे. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाते हुए और तख्तियां लेकर पड़ोसी देश के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की और पाकिस्तान पर भारत में आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने का आरोप लगाया. प्रदर्शन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता भी शामिल थे. साथ ही ‘एंटी-टेरर एक्शन फोरम’ जैसे कई सामाजिक संगठनों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया. ‘एंटी-टेरर एक्शन फोरम’ के एक सदस्य ने पीटीआई से कहा, “इससे पहले सरकार ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी. हम आतंकवाद को खत्म करने के लिए फिर से उसी तरह की कार्रवाई की मांग करते हैं. यह निर्दोष पर्यटकों पर एक शर्मनाक हमला था.” उन्होंने कहा, “हमें विश्वास है कि सरकार ने पहले ही योजना बना ली होगी.”
पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम, अटारी चेक पोस्ट के बाद बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी भी बंद
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है. भारत सरकार ने अटारी में बने चेक पोस्ट को बंद करने का फैसला किया है. पंजाब के फिरोजपुर मे हुसैनीवाला बॉर्डर पर हर रोज़ भारतीय रेंजरों और पाकिस्तानी रेंजरों में होने वाली बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी भी गुरुवार से बंद हो सकती है.
अटारी-वाघा बॉर्डर पर पहुंच रहे पाकिस्तानी नागरिक
पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं ताकि वे अपने देश लौट सकें. यह भारत सरकार के उस आदेश के बाद हो रहा है, जिसमें सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को निलंबित कर दिया गया है और SVES वीजा के तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने को कहा गया है. यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिया गया. अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत छोड़ते हुए पाकिस्तानी नागरिक मंसूर ने पीटीआई से कहा, “मैं कराची से हूं और दिल्ली में रिश्तेदारों से मिलने के लिए 20-25 दिनों के लिए भारत आया था. जो कुछ भी हुआ (पहलगाम में) वह नहीं होना चाहिए था. हालांकि, सरकार को यह (सार्क वीजा छूट योजना को निलंबित करना) नहीं करना चाहिए था.”