8 शुभ योग में आज अक्षय तृतीया, जाने महत्व, पूजा विधि व मुहूर्त और सोना खरीदने का शुभ समय

अबतक इंडिया न्यूज 30 अप्रैल । अक्षय तृतीया का पर्व आज मनाया जा रहा है, हर वर्ष यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. अक्षय तृतीया का सनातन धर्म में विशेष महत्व है और इस तिथि को अक्षय तीज या आखातीज के नाम से भी जाना जाता है. शास्त्रों में अक्षय तीज को स्वयंसिद्ध मुहूर्त बताया गया है अर्थात आज के दिन बिना पंचांग देखे या ज्योतिषाचार्य से सलाह लिए कोई शुभ कार्य कर सकते हैं. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, जप-तप, दान आदि पुण्य कार्य करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. साथ ही इस दिन भगवान श्रीहरि और माता लक्ष्मी की पूजा करने का भी विधान है. आइए जानते हैं अक्षय तीज का महत्व, पूजा विधि व मुहूर्त और सोना खरीदने का क्या है शुभ समय…
अक्षय तीज का महत्व
पंचांग के अनुसार, साल में कुछ ऐसी तिथियां होती हैं, जिनको अबूझ मुहूर्त माना जाता है, उनमें से एक है अक्षय तीज. मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन यानी आज बिना पंचांग या मुहूर्त देखे कोई भी शुभ कार्य, शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि शुभ कार्यक्रम किए जा सकते है. इस दिन सोना-चांदी का आभूषण खरीदने और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है और सभी रोग व शोक से मुक्ति मिलती है. इस दिन गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद व दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और कई जन्मों तक इसका फल मिलता है. यह तिथि सफलता दायक और सौभाग्यशाली मानी जाती है इसलिए यह तिथि शुभ फलदायी मानी जाती है.
अक्षय तीज 2025 आज
तृतीया तिथि का आरंभ – 29 अप्रैल, शाम 5 बजकर 31 मिनट से
तृतीया तिथि का समापन – 30 अप्रैल, दोपहर 2 बजकर 12 मिनट तक
उदिया तिथि को मानते हुए अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल दिन बुधवार यानी आज मनाया जा रहा है.
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई चीजें अक्षय होती हैं यानी कभी ना खत्म होने वाला सौभाग्य लाती हैं. पंचांग के अनुसार, आज आप सुबह 5 बजकर 40 मिनट से दोपहर 4 बजकर 19 मिनट तक सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त रहेगा. वैसे तो आज का पूरा दिन अबूझ मुहूर्त है लेकिन इस मुहूर्त में की गई पूजा और खरीदारी के लिए यह बेहद शुभ समय रहने वाला है और इसका आपको दोगुना फल भी मिलेगा. सोना-चांदी को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इस दिन सोना चांदी खरीदना स्थाई धन के तौर पर देखा जाता है.
अक्षय तृतीया पर 8 शुभ योग
अक्षय तृतीया को युगादि तिथि के नाम से भी जाना जाता है और आज महायोग का शुभ संयोग भी बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है. अक्षय तृतीया के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग, शुक्र-बुध की युति से लक्ष्मी नारायण योग, शुक्र अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, वृषभ राशि में चंद्रमा और गुरु की युति से गजकेसरी योग, सूर्य अपनी उच्च राशि में होने से आदित्य योग और आज 24 साल बाद अक्षय तृतीया पर अक्षय योग भी बन रहा है.
अक्षय तृतीया 2025 पूजा विधि
– आज ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान करके पीले या हरे रंग के वस्त्र धारण करके व्रत का संकल्प लें. इसके बाद पूजा के लिए एक चौकी पर लाल कपड़े बिछाएं और चारों तरफ गंगाजल से छिड़काव करें.
– चौकी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना करें. भगवान विष्णु को गोपी चंदन तो माता लक्ष्मी को कुमकुम लगाएं. चंदन के बाद फल, फूल, अक्षत आदि पूजा से संबंधित नैवेद्य अर्पित करें.
– इसके बाद भगवान श्रीहरि और माता लक्ष्मी के जयकारे लगाकर कपूर और देसी घी से आरती उतारें. आरती करने के बाद विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें.
– अंत में तुलसी दल डालकर खीर का भोग लगाएं और सभी में प्रसाद वितरण कर दें. साथ ही गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद व दान अवश्य करें.