जयपुर-अजमेर-राजसमंद में दिखा पुलिसकर्मियों के होली बहिष्कार का असर, भरतपुर-करौली में उड़ा गुलाल

अबतक इंडिया न्यूज 15 मार्च । राजस्थान पुलिस के जवान आज होली का त्योहार मना रहे हैं. पुलिस लाइन में जश्न की शुरुआत हो गई है. सभी एक दूसरे को रंग लगाकर, डांस करते हुए होली मना रहे हैं. करौली और भरतपुर जिले से सबसे पहले होली की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एसपी पुलिसकर्मियों संग डांस करते और उन्हें रंग लगाते हुए नजर आ रहे हैं.
कुछ जगहों पर होली का बहिष्कार
हालांकि राजस्थान पुलिस के कुछ कर्मियों ने सोशल मीडिया पर मैसेज अभियान चलाकर होली के बहिष्कार करने का फैसला भी लिया है. इसमें कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के पुलिसकर्मी शामिल हैं. लेकिन सभी जगहों पर बहिष्कार को लेकर संशय बना हुआ, क्योंकि कोटपूतली समेत कुछ जगहों पर होली की तैयारी की जा रही हैं. जबकि कुछ थानों में होली की कोई तैयारी नहीं की गई हैं. बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी विरोध में सामने नहीं आना चाहते हैं.
पुलिसकर्मी के होली बहिष्कार की वजह?
वेतन विसंगति और डीपीसी की मांग को लेकर निचले पद के पुलिसकर्मियों में रोष है. इसी वजह से पुलिस लाइन में मनाई जाने वाली होली में कर्मियों के पहुंचने को लेकर असामंजस्य है. जबकि कुछ थानों में तैयारी हो रही है. लेकिन कुछ थानों में होली को लेकर कोई हलचल नहीं दिख रही है.
क्या है वेतन विसंगति?
राजस्थान पुलिस में सिपाही, राजस्व विभाग में पटवारी, प्रशासनिक सेवा में कनिष्ठ लिपिक का प्रारंभिक वेतनमान 5200 से 20200 और ग्रेड पे 1900 रुपये है. लेकिन 9 साल की सेवा पूरी करने पर पहली पदोन्नति के बाद जहां पटवारी की ग्रेड पे 1900 से बढ़कर 3200 रुपये, कनिष्ठ लिपिक की 2400 रुपये हो जाती है, वहीं सिपाही की ग्रेड पे 2000 रुपये ही होती है.
दूसरी पदोन्नति पर पटवारी नायब तहसीलदार बनकर 3600 रुपये, कनिष्ठ लिपिक कार्यालय सहायक बनकर 3200 रुपये की ग्रेड पे लेता है. वहीं सिपाही एएसआई के रूप में 2400 रुपये की ग्रेड पे लेता है.
इसी तरह 27 साल की सेवा पर तीसरी पदोन्नति लेकर सिपाही उप निरीक्षक, पटवारी तहसीलदार और कनिष्ठ लिपिक कार्यालय अधीक्षक बन जाता है. तब तहसीलदार की ग्रेड पे 4200 रुपये, कार्यालय अधीक्षक की 3600 रुपये और उप निरीक्षक की 3600 रुपये होती है. यही हाल लगभग कारागार सेवा के कर्मचारियों का है.
हनुमानगढ़ पुलिस ने नहीं मनाई होली
हनुमानगढ़ पुलिस ने रंगों का त्योहार नहीं मनाया. शनिवार को पुलिस की होली पर रौनक नदारद दिखी. थानों और पुलिस लाइन में रंग-गुलाल नहीं उड़ा. पदोन्नति सहित अन्य मांगों को लेकर सभी पुलिसकर्मियों ने होली बहिष्कार का समर्थन कर दिया.
जयपुर पुलिस लाइन में भी दिखा बहिष्कार का असर
राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी पुलिसकर्मियों के होली बहिष्कार का असर देखने को मिल रहा है. पुलिस लाइन में केवल अधिकारी ही मौजूद हैं. डीजे बज रहा है, लेकिन होली खेलने के लिए पुलिकर्मी नहीं आए हैं. मीडिया को भी पुलिस लाइन में जाने से रोक दिया गया है.
अजमेर पुलिस ने होली खेलने का किया बहिष्कार
राजस्थान के अजमेर जिले में भी पुलिसकर्मियों के होली बहिष्कार का असर दिख रहा है. शनिवार सुबह पुलिस लाइन में होली खेलने के लिए बड़ा आयोजन होना था. लेकिन पुलिसकर्मियों ने वेतन विसंगतियों को लेकर कार्यक्रम से दूरी बना ली है. सभी थानों में पुलिसकर्मी बिना रंग-गुलाल के सिर्फ चाय-बिस्किट से काम चला रहे हैं. पुलिस लाइन से डीजे की आवाज तो सुनाई दी, लेकिन मैदान पूरी तरह खाली है. कोई भी रंग का त्योहार मनाने वहां नहीं पहुंचा है.
राजसमंद में होली नहीं खेल रहे पुलिसकर्मी, खाली पड़े हैं मैदान
राजसमंद जिले में पुलिसकर्मी इस साल होली का त्योहार नहीं मना रहे हैं. इस वजह से शनिवार सुबह भी रिजर्व पुलिस लाइन के मैदान खाली पड़े हैं. अनाउंसमेंट के बावजूद अभी तक कोई जवान यहां होली मनाने नहीं पहुंचा है. वे सभी वेतन विसगतियां को लेकर अपना विरोध जता रहे हैं.
भरतपुर में शुरू हुई पुलिस की होली, SP ने किया डांस
राजस्थान के भरतपुर जिले में पुलिसकर्मियों ने होली खेलना शुरू कर दिया है. पुलिसकर्मी मिलकर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के आवास पर पहुंचे हैं, और उन्हें रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी हैं. 10 बजे के आसपास पुलिस लाइन में होली खेली जाएगी, जिसमें सभी समेत सभी पुलिसकर्मी शामिल होंगे और डीजी की धुन पर जमकर डांस करेंगे.
बहिष्कार का ऐलान ऑफिशियल नहीं
राजस्थान पुलिस के होली बहिष्कार को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. कुछ इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल ने बहिष्कार के फैसले वाले मैसेज सोशल मीडिया के जरिए शेयर किए हैं और लोगों से समर्थन की अपील की है. हालांकि कई जिलों की पुलिस लाइन में जश्न की तैयारियां चल रही हैं.