अबतक इंडिया न्यूज 3 मार्च ।अयोध्या के रामलला मंदिर को आतंकी वारदात का निशाना बनाने की एक साजिश को गुजरात पुलिस ने हरियाणा और यूपी पुलिस के सहयोग से विफल कर दिया है. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बीते 28 फरवरी को ATS गुजरात पुलिस के अधिकारियों ने सूचना दी थी कि फैजाबाद का रहने वाला अब्दुल रहमान नामक शख्स किसी आतंकवादी संगठन के संपर्क में है. उसके द्वारा शीघ्र ही किसी बड़ी आंतकवादी घटना को अंजाम देने की योजना है. उसके बाद गुजरात पुलिस को यह पता चला कि वह शख्स फरीदाबाद में किसी घटना को अंजाम देने के लिये आ सकता है.
इस सूचना के मिलने पर हरियाणा पुलिस एसटीएफ की पलवल यूनिट को जिम्मेदारी देकर संदिग्ध अब्दुल रहमान को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी. बीते 2 मार्च को एटीएस गुजरात से फिर सूचना दी गई की वह संदिग्ध शख्स फरीदाबाद की तरफ आ रहा है. जिसको पकड़ने के लिये योजना बनाई गई. अब्दुल रहमान का फोटो भी एटीएस गुजरात ने हरियाणा एसटीएफ से शेयर किया गया.
कल तलाशी के दौरान अब्दुल रहमान निवासी जिला फैजाबाद को बांस रोड पाली पर एसटीएफ पलवल और एटीएस गुजरात की ज्वाइंट टीम ने पकड़ लिया. पुलिस टीम ने संदिग्ध अब्दुल रहमान को पकड़ने पर कड़ाई से पूछताछ की. जिस पर उसने बताया कि उसके पास बैग में दो हैंड ग्रेनेड हैं. जिसके बाद हड़कंप मच गया. उस बैग को खाली जगह पर रखकर हरियाणा पुलिस के बम निरोधक दस्ते को बुलाकर दोनो हैंड ग्रेनेड को निष्क्रिय करवाया गया.
आतंकी अब्दुल रहमान
राम राज्य यानी शांति और सुखद वातावरण की कल्पना जहां से शुरू हुई उस उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में जन्मे अब्दुल रहमान को शांति रास नहीं आई। शायद इसीलिए उसने महज 19 वर्ष की उम्र में दहशतगर्दी का रास्ता चुनने का फैसला किया। इसके बाद वह आंतकी संगठनों के संपर्क में आ गया। अब जब गुजरात और हरियाणा की एसटीएफ ने मिलकर उसे दबोच लिया है तो एक-एक करके उसके खौफनाक इरादे सामने आ रहे हैं।
पुलिस ने इस पूरी घटना के संबंध में एक मुकदमा संबंधित थाना डबुआ जिला फरीदाबाद में दर्ज किया और हिरासत में लिए गए अब्दुल रहमान को विधिवत गिरफ्तार किया गया. इसी के साथ पुलिस की एक संयुक्त टीम को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद स्थित अब्दुल रहमान के घर की तलाशी के लिए रवाना किया गया. जिससे कि महत्वपूर्ण सबूत जुटाए जा सकें. आज इसको पुलिस हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी व आगे भी कड़ाई से जांच की जाएगी.
कौन है आतंकी अब्दुल
आतंकी अब्दुल रहमान मूल रूप से अयोध्या के इनायत नगर कोतवाली क्षेत्र के मंजनाई गांव का रहने वाला है। उसकी मां यास्मीन ने बताया कि अब्दुल का जन्म 28 अगस्त 2005 को हुआ था। उसने मनीराम यादव इंटर कॉलेज, मंजनाई में ही 10वीं तक की पढ़ाई पूरी की। वह पांचों वक्त नमाज पढ़ता था। बचपन में उसके दिल में छेद हो गया था। अहमदाबाद में उसका ऑपरेशन कराया गया था। अब्दुल अपनी तीन बहनों आसमा (15), अल्फिया (12) और अल्फिसा (6) में अकेला भाई है और सबसे बड़ा है।
मां ने बताया कि वह ई-रिक्शा चलाता था। इस बीच घर पर रहकर कुछ न कुछ बनाता रहता था। लेकिन, घरवालों को कुछ नहीं बताता था। बताया गया कि करीब छह महीने पहले वह गांव से अयोध्या शहर पहुंचा। वहां अयोध्या कैंट के पुरानी सब्जी मंडी निवासी मौलाना उस्मान हजरत के संपर्क में आया।बताया गया कि इसी बीच वह दिल्ली के रास्ते विशाखापट्टनम पहुंचा। वहां उसने जमात का दामन थामा। फिर करीब चार महीने बाद लौटा। इसी बीच वह आतंकी संगठनों के संपर्क में आ गया। मां ने बताया कि उसने एक मार्च को घर पर कहा कि वह दिल्ली में रहने वाले किसी दोस्त से मिलने जा रहा है। अब उसकी गिरफ्तारी की खबर आई है।