भारत में बढ़ने लगी टेंशन, अब नागपुर में मिले HMPV वायरस के दो नए केस, अब तक कितने मामले?

अबतक इंडिया न्यूज 7 जनवरी । चीन के बाद अब भारत में भी एचएमपीवी वायरस दस्तक दे चुका है. एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस भारत में तेजी से फैल रहा है. भारत में एक ही दिन में सोमवार को पांच एचमपीवी के केस मिलने से हड़कंप मच गया. इसकी वजह से खुद हेल्थ मिनिस्टर जेपी नड्डा को बयान देना पड़ा. उन्होंने देशवासियों से कहा कि सरकार की स्थिति पर पूरी नजर है. अभी चिंता की कोई बात नहीं है. भारत में अब तक एचएमपीवी वायरस के पांच केस मिल चुके हैं. सोमवार को एचमपीवी वायरस के कर्नाटक में दो, गुजरात में एक और तमिलनाडु में 2 मरीज मिले. आज मंगलवार को भी दो नए केस मिले हैं. इस तरह चीन से फैलना शुरू हुई नई बीमारी HMPV ने भारत की भी टेंशन बढ़ा चुका है. भारत में अब तक जितने भी केस मिले हैं, सभी संक्रमित बच्चे हैं. तो चलिए जानते हैं भारत और चीन में एचएमपीवी वायरस को लेकर क्या है लेटेस्ट अपडेट्स.
भारत सरकार ने एचएमपीवी वायरस पर क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने के बाद सोमवार को कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है और देश में किसी भी सामान्य श्वसन वायरस रोगजनक में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है. जेपी नड्डा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि चीन में एचएमपीवी की हालिया खबरों के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर, देश की शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) चीन और अन्य पड़ोसी देशों में स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने स्थिति का संज्ञान लिया है और शीघ्र ही रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा.
एचएमपीवी वायरस पर यूपी अलर्ट, योगी करेंगे अहम बैठक
चीनी वायरस यानी एचएमपीवी वायरस (HMPV) को लेकर भारत भी अलर्ट मोड में है. उत्तर प्रदेश में अब तक एचएमपीवी के एक भी मामले नहीं मिले हैं. हालांकि, राज्य सरकार इसे लेकर पूरी तरह सतर्क है. सीएम योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे अपने आवास पर बैठक करेंगे. नए वायरस को लेकर तैयारी और अलर्ट पर यह बैठक होगी.
भारत में बढ़ने लगे HMPV केस, नागपुर में अब 2 मरीज मिले
HMPV Virus Cases in Nagpur: चीन वाले एचएमपीवी वारसक का खौफ बढ़ता जा रहा है. अब नागपुर में भी एचएमपीवी के 2 मरीज मिले हैं. यहां दो बच्चों की रिपोर्ट एचएमपीवी पॉजिटिव पाई गई है. 3 जनवरी को निजी अस्पताल में सात साल के बच्चे और 13 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इन दोनों बच्चों को खांसी और बुखार था.
क्या है यह वायरस?
HMPV वैश्विक स्तर पर पहचाना गया श्वसन संबंधी बीमारी पैदा करने वाला वायरस है. हाल में चीन में इसके प्रकोप की खबरों ने दुनिया का ध्यान खींचा. यह एक वायरल रोगजनक है, जो सभी आयु वर्ग के लोगों में सांसों में तकलीफ का कारण बनता है.
स्वास्थ्य मंत्री ने एचमपीवी पर क्या कहा?
एचएमपीवी केस: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है. इसकी पहचान 2001 में हुई थी और यह कई सालों से पूरी दुनिया में फैला हुआ है. एचएमपीवी हवा के माध्यम से, श्वसन के जरिए फैलता है. यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है. यह वायरस सर्दी और शुरुआती वसंत के महीनों में अधिक फैलता है.
एचएमपीवी की एडवाइजरी में क्या-क्या है.
लोगों को खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल या टिशू पेपर से ढकने की सलाह दी गई है. एडवाइजरी में कहा गया है, ‘अपने हाथों को साबुन और पानी या अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से बार-बार धोएं. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें, फ्लू से प्रभावित व्यक्तियों से एक हाथ से अधिक दूरी बनाए रखें.’ लोगों को सलाह दी गई है कि अगर उन्हें बुखार, खांसी और छींक आ रही है तो वे सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें. उन्हें खूब पानी पीने और पौष्टिक भोजन खाने के लिए कहा गया है. संक्रमण को कम करने के लिए सभी स्थानों पर बाहरी हवा के साथ पर्याप्त वेंटिलेशन की सिफारिश की गई है.
भारत में एचएमपीवी से चिंता वाली बात है या नहीं?
एचएमपीवी वायरस न्यूज: चीन वाले एचएमपीवी वायरस ने फिर से कोरोना का खौफ पैदा कर दिया है. लोगों को कोरोना वाले दिन याद आने लगे हैं. चीन में HMPV के प्रकोप की खबरों के बाद सोशल मीडिया पर लॉकडाउन (Lockdown) ट्रेंड करने लगा. लोग इस वायरस की तुलना COVID-19 से कर रहे हैं. इस बीच सरकार ने कहा है कि लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सरकार की नजर है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और चिंता की कोई जरूरत नहीं है. वहीं विशेषज्ञों ने भी पुष्टि की है कि यह कोरोना वायरस जैसी स्थिति नहीं है, ऐसे में इसे रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे उपायों की जरूरत नहीं पड़ेगी.