Breaking newsटॉप न्यूज़धर्मयुवायूपीराजस्थानराज्य

महाकुंभ के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए जरूरी खबर, जारी हुई नई गाइडलाइन

अबतक इंडिया न्यूज 12 जनवरी । महाकुंभ 2025 के दौरान 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के काशी आने की संभावना जताई गई है. इसमें बड़ी संख्या में शिव भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. जो स्पर्श दर्शन, बाबा के प्रमुख आरती, गर्भगृह के चारों द्वार से दर्शन करने की व्यवस्था अथवा विशिष्ट दर्शन अनुरोध से संबंधित हैं.

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार  – महाकुंभ के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन पूरी तरह तत्पर है. इसी को ध्यान में रखते हुए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर में 12 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी.

श्री काशी विश्वनाथ धाम में सिर्फ मंगला आरती के लिए ही टिकट

महाकुंभ आयोजन के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचेंगे, ऐसे में गर्भगृह में किसी भी प्रकार की भीड़ न हो इसलिए यह निर्णय लिया गया है. इसके अलावा बाबा काशी विश्वनाथ की विशेष आरती संबंध में महाकुंभ के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम में सिर्फ मंगला आरती के लिए ही टिकट प्राप्त हो सकेंगे. मंगला आरती के अलावा कोई भी अन्य चार विशेष आरती के लिए टिकट उपलब्ध नहीं होगा .

मंदिर प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार – मंगला आरती के अलावा चार विशेष आरती के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह के चारों द्वार से दिव्य दर्शन की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा मंदिर में विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन करने की व्यवस्था में भी परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है.

विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन करने की व्यवस्था नहीं होगी तय

मंगला आरती के समाप्ति से लेकर दोपहर 2:00 तक किसी भी प्रकार का विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन करने की व्यवस्था तय नहीं की जाएगी. 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक ही विशिष्ट अनुरोध के तहत दर्शन कराना संभव होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!