इक मुलाकात जरूरी है… हमेशा एक दूसरे को कोसने वाले जब मिलते हैं, इसी को तो कहते हैं सियासत

अबतक इंडिया न्यूज 19 दिसम्बर । नेता जब चुनावी मोड में होते हैं, तो एक दूसरे पर जमकर हमले करते हैं. कई बार निजी हमले भी देखने को मिलते हैं. लेकिन चुनाव बीतने के बाद एक दूसरे से हाथ मिलाते नजर आते हैं. क्योंकि एक मुलाकात जरूरी है…ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब एनसीपी (SP) नेता शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले. इससे पहले उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी.
एनसीपी (SP) नेता शरद पवार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्हें महाराष्ट्र से लाए अनार भी भेंट किए. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी और शरद पवार के बीच खूब जुबानी जंग देखने को मिली थी, लेकिन दोनों नेताओं के बीच रिश्ता काफी पुराना है. पीएम मोदी कई बार शरद पवार की तारीफ भी कर चुके हैं. शरद पवार भी पीएम मोदी के बचाव में कई बार सामने आए हैं. इसलिए जब दोनों की मुलाकात हुई तो चर्चा होना स्वभाविक है. लेकिन बाद में पता चला कि वे किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी से बात करने पहुंचे थे.
इससे पहले शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे ने बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनके दफ्तर जाकर मुलाकात की थी. तब उनके साथ आदित्य ठाकरे, अनिल परब और वरुण सरदेसाई भी मौजूद थे. फडणवीस और उद्धव की मुलाकात तब से नहीं हुई थी, जब से उद्धव ठाकरे ने बीजेपी से हाथ छुड़ाकर कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बना ली थी. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच गहरी दोस्ती थी. सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे फडणवीस से इसलिए मिले क्योंकि वे चाहते थे कि विधानसभा में विपक्ष का पद उनकी पार्टी को मिले.
कुछ दिनों पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके दफ्तर जाकर मुलाकात की थी. आमतौर पर ऐसी खबरें नहीं आतीं कि गांधी परिवार के सदस्य गृहमंत्री अमित शाह या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधी बात करते हों. इसलिए यह तस्वीर चर्चा में आ गई. तब पता चला था कि प्रियंका गांधी ने वायनाड में आपदा प्रभावित लोगों के लिए गृहमंत्री से आर्थिक मदद मांगी थी. प्रियंका गांधी अब वायनाड से सांसद भी हैं.
इससे पहले भी कुछ तस्वीरें आई हैं, जिनकी खूब चर्चा हुई थी. समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच काफी दूरियां हैं. दोनों के नेता एक दूसरे पर कटाक्ष करने से पीछे नहीं रहते. लेकिन जब मुलायम सिंह यादव जीवित थे, तो लाख मतभेदों के बावजूद उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकातें होती थीं. दोनों के बीच बातचीत की कई तस्वीरें भी सामने आई थीं. एक तस्वीर की तो चर्चा खूब हुई, जब अखिलेश यादव की सरकार चली गई और सीएम योगी का शपथग्रहण हो रहा था, तब मुलायम सिंह अखिलेश को पीएम मोदी के पास ले गए और उनके कान में कुछ कहा. इस तस्वीर पर खूब चर्चा हुई थी.
ऐसी ही एक तस्वीर राजद नेता लालू यादव और पीएम मोदी के बीच मुलाकात की है. तब पीएम मोदी मुलायम सिंह यादव के गांव सैफई में उनके पौत्र तेज प्रताप यादव के तिलकोत्सव में पहुंचे थे. तेज प्रताप की शादी लालू यादव की बेटी से हुई है. इस तरह दोनों रिश्तेदार हैं. तब पीएम मोदी और लालू यादव खूब ठहाका लगाते नजर आए थे. हालांकि, इसके बाद दोनों की अलग से मुलाकात का जिक्र नहीं मिलता. लेकिन पीएम मोदी उनके स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं भेजते रहते हैं.