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SDM थप्पड़ कांड : समर्थकों ने फूंकी 100 गाड़ियां, हंगामे के बीच नरेश मीणा फरार,RAS की पेन डाउन हड़ताल

अबतक इंडिया न्यूज 14 नवंबर  जयपुर। समरावता में हुए थप्पड़ कांड में पुलिस द्वारा नरेश मीणा को हिरासत में लेने के बाद उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसी बीच हो-हल्ले का फायदा उठाते हुए नरेश मीणा पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। देवली-उनियारा विधानसभा में हुए थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने नरेश मीणा  को हिरासत में ले लिया था। इसी बीच हुए हंगामे में मीणा के फरार होने पर समरावता में देर रात हुई हिंसा के बाद एरिया में इंटरनेट बंद कर दिया गया। मौके की स्थिति यह है कि करीब 100 से ज्यादा कार, बाइक, जीपों में आग लगा दी गई।

 

दूसरी ओर प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा SDM को थप्पड़ मारने के मामले में RAS के बाद तहसीलदार भी पेनडाउन-नेटडाउन हड़ताल पर चले गए है. RAS एसोसिएशन के बाद तहसीलदार संघ ने हड़ताल की घोषणा की है. नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं होने तक अधिकारी हड़ताल पर अड़े है. RAS एसोसिएशन ने राजकार्य बहिष्कार का ऐलान किया है. पूरे प्रदेश में प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लामबंद हो रहे है. इसी कड़ी में कोटा में RAS अधिकारियों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन सौंपा है. निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग रखी है.

पेन डाउन हड़ताल शुरूः
थप्पड़ प्रकरण में RAS की पेन डाउन हड़ताल शुरू हो गई है. सचिवालय में RAS बापू की प्रतिमा के बाहर जुटे है. पंकज ओझा, रामरतन शर्मा, जितेंद्र नरूका मौजूद है. सचिवालय अधिकारी संघ पूर्व अध्यक्ष मेघराज पवार भी मौजूद है. सांकेतिक प्रदर्शन किया जा रहा है. फिर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे.

यह है पूरा मामला :

बुधवार को देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावत्ता में ग्रामीणों द्वारा अपनी मांगों को लेकर वोटिंग बहिष्कार से शुरू हुआ था. इसके बाद वहां पहुंचे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा वोटिंग मशीन चेक करने के बाद एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. समझाइश के बाद प्रदर्शनकारियों ने मतदान स्थल से थोड़ी दूरी पर धरना दिया. करीब 4 घंटे के बाद दोपहर 3:30 बजे ग्रामीण मतदान के लिए तो राजी हो गए, लेकिन मतदान करने के बाद वह नरेश मीणा के साथ वापस धरने पर बैठ गए.

ग्रामीणों में पुलिस की कार्रवाई का खौफ
गांव वालों में अब डर का माहौल है। ग्रामीण कह रहे हैं कि पुलिस ने उनके परिवारों से युवाओं को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारा कोई कसूर नहीं है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई का खौफ ग्रामीणों में नजर आ रहा है। नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से खाना आया था। पुलिस ने टोल पर खाने के पैकेट रोक लिए। इस पर वह अकेले ही धरनास्थल से उठकर पुलिस अधिकारी से बात करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनको पकड़ लिया। जैसे ही समर्थकों को पता चला तो वे नरेश मीणा को छुड़ा ले गए।


एक्स पर नरेश मीणा ने लिखा न डरे थे, न डरेंगे

हंगामे में घायल होने की खबर के बाद आज सवेरे एक्स पर अपनी पोस्ट में नरेश मीणा ने लिखा कि मैं ठीक हूं। न डरे थे, न डरेंगे(Neither were afraid, nor will they be afraid) । साथ ही यह भी लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीणा अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। बहरहाल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। पूरा समरावता गांव (Samravata village) छावनी में बदला हुआ है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा
पुलिस मुख्यालय से भी पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर से STF और RAC की तीन कंपनियों सहित अतिरिक्त फोर्स को उनियारा के लिए रवाना किया गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल (ADG Law and Order Vishal Bansal) पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, आगजनी करने वाले आरोपियों की पहचान की जा रही है। मामले में 60 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। एडीजी ने कहा कि मुख्य आरोपी नरेश मीणा को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। उसे पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है और उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है।

जवानों ने गांव में किया रूट मार्चः
समरावता में फिलहाल तनावपूर्ण शांति देखी जा रही है. पुलिस और STF के जवानों ने गांव में रूट मार्च किया. रूट मार्च के जरिए क्षेत्र में कानून और शांति व्यवस्था की बहाली का संदेश दिया. समरावता के ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश का माहौल है. 50 ज्यादा वाहनों को फूंका गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के वाहनों को आग के हवाले कर दिया. रात के तांडव के बाद सड़क पर जले हुए और टूटे हुए वाहन पड़े हैं.

कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे थे नरेश :

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के खास माने जाने वाले नरेश मीणा को उम्मीद थी कि कांग्रेस उन्हें देवली-उनियारा के उपचुनाव में पार्टी से टिकट देगी, जिसकी वह मांग भी कर रहे थे, लेकिन उनकी जगह कांग्रेस ने केसी मीणा को टिकट दे दिया. इसके बाद नरेश मीणा ने पार्टी से बगावत कर यहीं से निर्दलीय पर्चा भर दिया. कुछ दिन बाद कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित कर दिया. हालांकि, नरेश की दावेदारी के कारण देवली-उनियारा विधानसभा में मीणा, कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया.

 किरोड़ी ने  की शांति की अपील 
सूत्रों से यह भी खबर मिली है कि डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी सवाई माधोपुर से समरावता पहुंच चुके हैं। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है – समरावता गांव (देवली -उनयारा) प्रकरण को लेकर मैंने अभी पुलिस महानिदेशक एवं टोंक जिला कलेक्टर से फोन पर वार्ता कर स्थिति का जायजा लिया है। आप सभी से मेरी अपील है कि कृपया शांति और धैर्य बनाए रखें।

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