
अबतक इंडिया न्यूज 4 अक्टूबर । पिछले तीन वर्षों से देशनोक करणी माता मंदिर से तेमड़ा राय मंदिर को जाने वाली शोभायात्रा सड़क जर्जरता के निम्नस्तर पर है। देशनोक कस्बे की प्रमुख सड़क होने के बावजूद न तो इसका नवीन निर्माण हो पाया है और न ही कभी पेचवर्क। इसी सड़क से प्रतिवर्ष माँ करणी के जन्मदिवस पर शारदीय नवरात्रा की सप्तमी को शोभायात्रा निकलती है।
इस जर्जर सड़क पर इतने खड्डे है जिनकी गिनती भी आसान नहीं है। सड़क पर खड्डे है या खड्डों मे सड़क तय कर पाना मुश्किल है । इसी सड़क पर कस्बे के लगभग सभी सरकारी कार्यालय स्थित है। देशनोक थाना, बैंक, नगरपालिका, स्कूल, अस्पताल सदर बाजार इसी सड़क पर है।
जिम्मेदार नगरपालिका…?
लम्बे समय से स्थानीय नागरिक व पार्षद इस सड़क निर्माण की मांग कर चुके है। राज्य सरकार की स्थानीय निकाय सड़क योजना में इसे स्वीकृति मिल चुकी है। देशनोक नगरपालिका भी प्रतिवर्ष “विभिन्न निर्माण कार्य” शीर्षक मद में लाखों रूपए के टेंडर जारी करती है। दुर्भाग्यवश इस प्रमुख सड़क को लेकर स्थानीय पालिका लम्बे समय से निम्नस्तरीय राजनीति में जुटी है।इस सड़क को लेकर घटिया व स्वार्थी राजनितिक मुद्दा बनाकर पक्ष -विपक्ष अपनी -अपनी डफली बजा रहे। वर्तमान पालिका बोर्ड में मां करणी के वंशज पार्षदों की संख्या भी अच्छी -खासी है जिसमे पालिका उपाध्यक्ष व नेताप्रतिपक्ष भी है।लेकिन किसी का भी जन आस्था व करणी भक्तों की भावना से कोई सरोकार नजर नहीं आया। हालांकि कुछ ने ज्ञापन देकर फोटो सेशन की इतिश्री जरूर की। गंभीरता कहीं नजर नहीं आई।
‘ नाकामी ‘ पर मिट्टी
तीन वर्षों से लगातार पालिका प्रशासन व पॉलिटिक्स फोबिया से ग्रस्त नेता शोभायात्रा मार्ग पर मिट्टी डलवाकर अपनी ‘ नाकामी ‘ की लीपापोती कर रहे है। निर्माण तो दूर पेचवर्क तक की जहमत नहीं उठाते है। सत्ताधारी पालिका बोर्ड ज़ब विकास का ढिंढोरा पीटता है तो लगता है जैसे जन आस्था व करणी भक्तो का मुंह चिढ़ा रहा हो।