भीषण सड़क हादसा, सत्संग सवारियों से भरी स्लीपर बस ट्रेलर से टकराई, 3 की मौके पर मौत, 46 से अधिक यात्री घायल

अबतक इंडिया न्यूज 23 अक्टूबर कोटपुतली । आज सुबह कोटपूतली के कंवरपुरा गांव के स्टैंड पर जयपुर से दिल्ली हाईवे पर एक भीषण हादसा पेश आया, जिसमें बस में सवार चालक सहित तीन सवारियों की मौत हो गई. वहीं, करीब 46 सवारिया घायल हो गई, जिनमें 10 की हालत गंभीर बनी हुई है. इन्हें सबसे पहले जयपुर SMS अस्पताल रेफर किया गया.
बुधवार अल सुबह करीब 4 बजे अजमेर से दिल्ली जा रही राधा स्वामी सत्संग में शामिल होने बस चलते ट्रेलर में पीछे से जा टकराई, जिसमें बस की सभी सवारियां घायल हो गईं और वहीं तीन की मौके पर मौत हो गई. गश्त कर रहे परिवहन विभाग के दस्ते ने सबसे पहले घटना को देखा, जिस पर पुलिस को सूचना दी और मौके पर एम्बुलेंस और निजी वाहनों की सहायता से सभी घायलों को राजकीय बीडीएम अस्पताल भिजवाया.
सवारियों में चीख-पुकार मच गई
परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर नरेश स्वामी ने बताया कि हादसा इतना भीषण था कि बस के पूरी तरह परखच्चे उड़ गए और सवारियों में चीख-पुकार मच गई. घटना की जानकारी प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियो को जैसे लगी, वैसे ही खुद जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त, ADM ओपी सारण, SDM ब्रजेश चौधरी DYSP राजेंद्र बुरड़क, कोटपूतली थाना अधिकारी राजेश शर्मा और सरुण्ड थाना अधिकारी इमरान खान मय पुलिस जाब्ते मौके पर पहुंचे और राजकीय जिला अस्पताल मे व्यवस्थाओं को संभाला.
कोटपूतली जिला अस्पताल की अव्यवस्था उजागर
दिल्ली और जयपुर के बीच हाइवे पर केवल एक मात्र जिला अस्पताल है. कोटपूतली राजकीय बीडीएम अस्पताल लेकिन यहां नहीं है. किसी प्रकार की इलाज की पूरी व्यस्था ट्रॉमा सेंटर केवल दिखावे मात्र का आज इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बाद भी राजकीय बीडीएम अस्पताल मे घायलों को सही इलाज नहीं मिल पाया. साथ ही स्टॉफ भी पूरा अस्पताल नहीं पहुंच पाया. सभी घायलों को आसपास की निजी एम्बुलेंसों की सहायता से जयपुर रेफर कर दिया गया. एक का भी इलाज कोटपूतली बीडीएम अस्पताल मे प्रॉपर तरीके से नहीं किया गया. 46 घायलों में 10 की हालत गंभीर बनी हुई थी लेकिन सभी को जयपुर रेफर करने पर स्थानीय लोगों मे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ भारी रोष देखा गया.
जिला कलेक्टर ने की मॉनिटरिंग
जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने अस्पताल के सभी चिकत्सकों को बेहतर इलाज कर पूरे मामले की मॉनिटरिंग की. साथ ही सभी गंभीर घायलों को अस्पताल और निजी एम्बुलेंसों की सहायता से जयपुर रेफर करवाया, जिससे समय से बेहतर इलाज मिल सके.
ट्रॉले का ड्राइवर मौके से फरार
हादसे के बाद ट्रॉले का ड्राइवर मौके से फरार हो गया, जिसके चलते पुलिस ने नाकाबंदी कर दी है। कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल और अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों की स्थिति की जानकारी ली। घायलों में कई की उम्र 60 वर्ष से अधिक है। जो कि गंभीर रूप से जख्मी हैं। घटना ने सभी को गहरा सदमा दिया है और प्रशासन ने जल्द से जल्द ट्रॉले के चालक को पकड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। जिससे सभी को सावधानी बरतने की प्रेरणा मिलती है।
ज़्यादातर यात्री अजमेर के आसपास के
मृतकों की पहचान अलवर निवासी माया, ब्यावर निवासी सुनीता साहू और बस के ड्राइवर जयपुर निवासी विशाल शर्मा के रूप में हुई है। कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि बस में सवार अधिकांश यात्री अजमेर के आसपास के थे। सत्संग के लिए तीन-चार बसें एक साथ रवाना हुई थीं, जिनमें से एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।