वसुंधरा राजे की जिद के आगे झुक गई पार्टी! किया चौंकाने वाला खुलासा

अबतक इंडिया न्यूज 4 सितंबर । राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने बयानों से लगातार सुर्खियों में हैं. पिछले दो दिन में उन्होंने इशारों-इशारों में अपने विरोधियों में जमकर निशाना साधा. राजे ने बुधवार को झालावाड़ में बीजेपी की सदस्यता ली और कहा कि धैर्य रखो तो मंजिल जरूर मिलती है. इस दौरान उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया. राजे ने कहा कि उन्हें जयपुर में सदस्यता ग्रहण करने के लिए कहा गया था, लेकिन मैंने निर्णय लिया कि मैं अपने घर झालावाड़ में ही सदस्यता लूंगी.
राजे ने कहा, ’21 अक्टूबर 1951 में हमारी विचारधारा का जो जनसंघ रूपी कारवां शुरू हुआ, वह आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन चुका है. यह हमारे कार्यकर्ताओं की बदौलत हुआ. कार्यकर्ताओं के धैर्य की वजह से हुआ.’
उन्होंने कहा कि यदि धैर्य रखा जाये तो मंजिल जरूर मिलती है. राजे ने कहा, ‘हमारे कार्यकर्ताओं ने धैर्य रखा तो आज बीजेपी इस मुकाम पर पहुंची. हमारे कार्यकर्ताओं के लिए पद नहीं, संगठन सर्वोपरि है. वे खुद के लिए नहीं, संगठन के लिए जीते हैं.’
इससे पहले, राजे ने बिड़ला सभागार में सिक्किम के नवनियुक्त राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर के नागरिक अभिनन्दन कार्यक्रम मंगलवार को बिना किसी का नाम लिए कटाक्ष किया और कहा कि कुछ लोग पीतल की लौंग मिलने पर भी खुद को सर्राफ समझने लगते हैं. राजे ने कहा, ‘चाहत बेशक आसमां छूने की रखो,लेकिन पांव हमेशा जमीं पर रखो.’
माथुर की प्रशंसा करते हुए राजे ने कहा, ‘ओम माथुर चाहे कितनी ही बुलंदियों पर पहुंचें, इनके पैर सदा जमीन पर रहें हैं, इसीलिए इनके चाहने वाले भी असंख्य हैं. वरना कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है,वह अपने आप को सर्राफ समझ बैठते हैं.’
उन्होंने कहा कि माथुर से ऐसे लोगों को सीख लेना चाहिए कि ‘चाहत बेशक आसमां छूने की रखो,पर पांव हमेशा जमीं पर रखो.’
वसुंधरा राजे के बयान के बाद कांग्रेस मामले में हुई हमलावर
वसुंधरा राजे के बयान के बाद अब कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि वसुंधरा राजे का बयान ने प्रदेश सरकार को आईना दिखाने का काम किया है और यह बात वसुंधरा राजे ने भी साबित कर दी. उन्होंने कहा कि आपने कोई सोने का लौंग नहीं पहना है. 9 महीने में पीतल का लौंग पहना है. खाचरियावास ने कहा कि पूर्व सीएम वसुंधरा के बयान से साबित हो गया कि जनता दो पाटों के बीच में पिस रही है.