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हरियाणा चुनाव :कांग्रेस लोकलुभावन घोषणा पत्र की तैयारी में ,भाजपा फसी असंतोष के भंवर में ,CM के दवादारों ने बढ़ाई टेंशन

अबतक इंडिया न्यूज 15 सितंबर । हरियाणा में चुनावी घमासान चरम पर हैं । भाजपा ,कांग्रेस सहित क्षेत्रीय दलों ने पूरी ताकत झोंक रखी है । हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी वैसे तो जीत की पुरजोर तैयारी में है, लेकिन इससे पहले पूर्व गृह मंत्री अनिल विज  के बयान से टेंशन की स्थिति खड़ी हो सकती है. दरअसल, अनिल विज ने कहा है कि अगर आगामी चुनाव में बीजेपी जीत कर आती है, तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी रखने वाले हैं.अनिल विज हरियाणा की अंबाला कैंट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस परीमल परी से है. इसके अलावा, जेजेपी ने अवतार करधान, इनेलो ने करतार सिंह और आप ने राज कौर गिल को अंबाला कैंट से टिकट दिया है.

कांग्रेस अपने टेस्टेड फॉर्मूले पर करेगी धमाका

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र 17 सितंबर को जारी किया जा सकता है. कांग्रेस के सूत्र के मुताबिक 17 सितंबर को जारी होने वाले हरियाणा कांग्रेस के घोषणापत्र में कई वायदे किए जा सकते हैं. इनमें कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर आम जनता के लिए कांग्रेस राज्य का खजाना खोलने की घोषणा कर सकती है. कांग्रेस के सूत्र के मुताबिक घोषणापत्र में कई बड़ी बातें शामिल हो सकती हैं. जिनमें बुजुर्गों को हर महीने 6000 रुपये वृद्धावस्था पेंशन देने का ऐलान किया जा सकता है. इसके साथ ही महिलाओं के खाते में 3000 रुपये प्रति माह भेजने की घोषणा हो सकती है.

कांग्रेस के सूत्र के मुताबिक राज्य में 500  रुपये का कुकिंग गैस सिलिंडर देने की घोषणा पार्टी कर सकती है. इसके साथ ही दो लाख खाली सरकारी पदों पर भर्ती कराने का वादा किया जा सकता है. किसानों के लिए कांग्रेस एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा कर सकती है. इसके साथ कांग्रेस जाति जनगणना कराने का साथ ही पिछड़ों का आरक्षण बढ़ाने का वादा भी करने की तैयारी में है.

  असंतोष के भंवर मे फसी बीजेपी 
एक ओर जहां कांग्रेस को इस बार अपनी चुनावी जीत का भरोसा है, वहीं बीजेपी में असंतोष चरम पर दिख रह है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद अगर पार्टी सत्ता में लौटती है तो वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश करेंगे. वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य के पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के सतनाली निवास पर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि शर्मा जी के आशीर्वाद से ही हरियाणा में तीसरी बार कमल खिलेगा. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी महेंद्रगढ़ जिले के प्रवास पर हेलीकॉप्टर से नारनौल पहुंचे. जहां उन्होंने भाजपा के रूठे नेताओं से मुलाकात की. हालांकि फिलहाल उनमें से किसी नेता की वापसी की बात सामने नहीं आई.

मुख्यमंत्री कर रहे नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश
इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा भाजपा के वट वृक्ष कहे जाने वाले कद्दावर नेता रामबिलास शर्मा के सतनाली निवास पर पहुंचे जहां उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया गया. फिर अंदर बंद कमरे में मुख्यमंत्री की शर्मा से बात हुई. उसके बाद बाहर आकर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मैं रामबिलास शर्मा का आशीर्वाद लेने आया हूं और उनके मार्गदर्शन में ही तीसरी बार हरियाणा में कमल खिलेगा.’ उन्होंने कहा कि आज भारती सैनी से भी बात हुई और ‘मैंने रामबिलास शर्मा से भी कहा है कि आप बात करें तो शायद वह विचार कर लें.’ हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों लिए एक ही चरण में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. चुनाव नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित होंगे.

एक नजर अनिल विज के राजनीतिक करियर पर
71 वर्षीय अनिल विज के राजनीतिक करियर पर थोड़ा ध्यान दें तो इसकी शुरुआत उन्होंने एबीवीपी से की थी. 1990 में जब सुषमा स्वराज राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं तब अंबाला छावनी विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर उपचुनाव में अनिल विज निर्वाचित हुए थे. 2005 में अनिल विज विधायकी का चुनाव हार गए थे. हालांकि 2009 में फिर निर्वाचित हुए थे. उसके बाद से लगातार वह विधायक निर्वाचित हो रहे हैं. 2014 में पहली बार उन्हें हरियाणा सरकार में शामिल किया गया और कैबिनेट मंत्री बनाया गया. वह गृह विभाग, आयुष, स्वास्थ्य सेवा, मेडिकल एजुकेशन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल एवं युवा मामलों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
बीजेपी सरकार जा रही है और कांग्रेस सरकार आ रही है-हुड्डा 
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “आज बड़ी संख्या में कई पार्टियों के नेता हमारी पार्टी में शामिल हुए हैं, मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं. बीजेपी नेता सुखविंदर श्योराण, जय प्रकाश अग्रवाल और उनकी टीम कांग्रेस में शामिल हुई है. आज हरियाणा के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है, बीजेपी सरकार जा रही है और कांग्रेस सरकार आ रही है. आम आदमी पार्टी का हरियाणा में कोई प्रभाव नहीं है.”सुखविंदर श्योराण बवानी खेड़ा के पूर्व विधायक रह चुके हैं और इस्तीफा देने से पहले उनके पास हरियाणा बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बीजेपी को अलविदा कह दिया था.

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