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हरतालिका तीज आज, सुहागनों ने रखा है निर्जला व्रत, जानें पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र, सामग्री, आरती

अबतक इंडिया न्यूज 6 सितंबर । हरतालिका तीज आज 6 सितंबर दिन शुक्रवार को मनाई जा रही है. हर साल यह भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाते हैं. इस साल की हरतालिका तीज के दिन रवि योग, शुक्ल योग और ब्रह्म योग है. आज सुहागन महिलाएं सरगी खाकर निर्जला व्रत रखी हैं. यह व्रत आज सूर्योदय से लेकर कल सूर्योदय तक बिना अन्न और जल का होगा. उसके बाद पारण करके व्रत को पूरा किया जाएगा. हरतालिका तीज की पूजा के लिए दो मुहूर्त एक सुबह में और एक शाम की है. यह व्रत अखंड सौभाग्य यानी पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए रखते हैं. युवतियां अपने मनचाहे जीवनसाथी को पाने के लिए भी यह व्रत रखती हैं. महर्षि पराशर ज्योतिष संस्थान “ट्र्स्ट” के ज्योतिषाचार्य पं.राकेश पाण्डेय से जानते हैं हरतालिका तीज की पूजा विधि, मुहूर्त, मंत्र, आरती आदि के बारे में.

अत्यंत शुभ है हरतालिक तीज
इस बार तृतीया तिथि द्वितीया के साथ न होकर चतुर्थी तिथि के साथ है, जो अत्यंत शुद्ध और शुभ फलदायी है. द्वितीया तिथि पितरों के लिए और चतुर्थी तिथि पुत्र की होती है. तीज पर हस्त नक्षत्र और उसके बाद चित्रा नक्षत्र है.

हरतालिक तीज 2024 मुहूर्त
भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि का शुभारंभ: 5 सितंबर, गुरुवार, दोपहर 12:21 बजे
भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि का समापन: आज, शुक्रवार, दोपहर 3:01 बजे
हरतालिक तीज पूजा का सुबह का मुहूर्त: 06:02 बजे से 8:33 बजे तक
हरतालिक तीज पूजा का शाम का मुहूर्त: 06:36 बजे के बाद से

ब्रह्म मुहूर्त: 04:30 बजे से 05:16 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: 11:54 बजे से दोपहर 12:44 बजे तक

लाभ-उन्नति मुहूर्त: सुबह में 07:36 बजे से 09:10 बजे तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: सुबह में 09:10 बजे से 10:45 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त: दोपहर में 12:19 बजे से 01:53 बजे तक

3 शुभ योग में हरतालिक तीज
रवि योग: आज, सुबह 9:25 बजे से कल, सुबह 6:02 बजे तक
शुक्ल योग: आज, प्रात:काल से सुबह 10:15 बजे तक
ब्रह्म योग: सुबह 10:15 बजे से पूर्ण रात्रि तक

हरतालिक तीज 2024 पूजा सामग्री
शिव-पार्वती की मूर्ति, एक चौकी, लाल या पीले रंग का वस्त्र, 16 श्रृंगार की वस्तुएं, चुनरी, दान का कपड़ा, हरतालिक तीज व्रत कथा और शिव-पार्वती जी की आरती की पुस्तक, अक्षत्, हल्दी, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, भांग, धतूरा, धूप, दीप, गंगाजल, नैवेद्य, गंध, मिठाई, गाय का दूध, दही, कलश, आम के पत्ते, फूल, माला, केले के पौधे, नारियल, चंदन, दूर्वा, शहद, घी, पान, सुपारी, जनेऊ, कपूर आदि.

हरतालिक तीज 2024 पूजा मंत्र
शिव जी के लिए: पंचाक्षरी मंत्र- ओम नम: शिवाय
माता पार्वती के लिए: 1- देवि देवि उमे गौरी त्राहि माम करुणा निधे, ममापराधा छन्तव्य भुक्ति मुक्ति प्रदा भव।।

2- या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

हरतालिक तीज 2024 पूजा विधि

1. आज व्रती महिलाओं को शाम के समय में घर को तोरण से सजाना चाहिए.

2. घर के आंगन में कलश, माता पार्वती और भगवान शिव जी की स्थापना करके उनका षोडशोपचार और पंञ्चोपचार पूजन करें.

3. शिव जी को 5 वस्त्र और माता गौरी को 3 वस्त्र के साथ सोलह श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें.

4. पूजा के समय में हरतालिक तीज की व्रत कथा सुनें. अंत में माता गौरी और भगवान शिव की आरती करें.

5. रात के समय में जागरण करें. उसके अगली सुबह यानी कल 7 सितंबर को प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर दान-दक्षिणा दें. फिर पारण करके व्रत को पूरा करें.

हरतालिक तीज 2024 व्रत का पारण समय
7 सितंबर, शनिवार को सुबह 06:02 बजे से सूर्योदय के साथ.

पार्वती जी की आरती
जय पार्वती माता, जय पार्वती माता।
ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता॥
जय पार्वती माता…

अरिकुल पद्म विनाशिनि, जय सेवक त्राता।
जग जीवन जगदंबा, हरिहर गुण गाता॥
जय पार्वती माता…

सिंह को वाहन साजे, कुण्डल है साथा।
देव वधू जस गावत, नृत्य करत ताथा॥
जय पार्वती माता…

सतयुग रूपशील अतिसुन्दर, नाम सती कहलाता।
हेमांचल घर जन्मी, सखियन संग राता॥
जय पार्वती माता…

शुम्भ-निशुम्भ विदारे, हेमांचल स्थाता।
सहस्त्र भुजा तनु धरि के, चक्र लियो हाथा॥
जय पार्वती माता…

सृष्टि रूप तुही है जननी, शिवसंग रंगराता।
नन्दी भृंगी बीन लही, सारा जग मदमाता॥
जय पार्वती माता…

देवन अरज करत, हम चित को लाता।
गावत दे दे ताली, मन में रंगराता॥
जय पार्वती माता…

श्री प्रताप आरती मैया की, जो कोई गाता।
सदासुखी नित रहता सुख संपत्ति पाता॥
जय पार्वती माता…

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