सरकार अवैध बांग्लादेशियों को भारत से एक्सपोर्ट करके हिंदुओं को इंपोर्ट करे- बालमुकुंद आचार्य

अबतक इंडिया न्यूज 7 अगस्त जयपुर । राजस्थान के हवा महल से विधायक बालमुकुंद आचार्य बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर छिड़ी लड़ाई पर बोले. बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर चल रही लड़ाई ने सरकार विरोधी रूप ले लिया है. लगातार बढ़ रही हिंसा के चलते वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा. फिलहाल प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं.
बांग्लादेश की स्थिति उनके भारत आगमन और वहां हो रहीं हिंसा को लेकर राजस्थान के विधायक बालमुकुंद आचार्य से मीडिया द्वारा सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की स्थिति चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि जिस देश में वहां की राष्ट्रपति सुरक्षित नहीं हैं. मंत्री सुरक्षित नहीं हैं, राष्ट्रपति भवन पर अराजकता का माहौल है, जिहाद किस्म के लोग, आतंकवाद किस्म के लोगों ने इस तरह का माहौल बना दिया है कि वहां कोई भी नियम-कानून का पालन नहीं है. प्रधानमंत्री को भागकर छुपना पड़ रहा है. शेख हसीना को भारत में सुरक्षित लाने पर उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने पहल की और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को सुरक्षित लाया गया.
वो यहां सुरक्षित हैं. अन्यथा वहां जो स्थितियां उत्पन्न हुई हैं उनमें राष्ट्रपति भवन ही सुरक्षित नहीं है तो उनकी क्या स्थिति होती. शेख हसीना के भारत आगमन के बाद उन्होंने वहां मौजूद हिन्दुओं को भी भारत में बुलाने की बात कही. बालमुकुंद आचार्य बोले कि मैं सरकार को निवेदन करना चाहूंगा कि यूसीसी के माध्यम से हमारे करोड़ों भारतीय हिन्दू समाज के सनातनी जो वहां फंसे हुए हैं और प्रताड़नाएं झेल रहे हैं. उन सबको यहां लाने की आवश्यकता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में जो लाखों-करोड़ों की संख्या में बांग्लादेशी घुसपैठिए छिपे बैठे हुए हैं, उन्हे यहां से एक्सपोर्ट करने की जरूरत है. ताकि वो जहां से यहां अराजकता फैलाने के बजाय आए हैं. वहां वापस चले जाएं. यहां मौजूद अवैध शरर्णार्थी वापस चले जाएंगे, तो यहां आने वाले हिन्दुओं के लिए अपने आप जगह बन जाएगी.
उन्होंने पहले की सरकरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले समय में जब कांग्रेस की सरकार थी तो घुसपैठियों की भर-भर ट्रेने यहां आईं और सब जगह यहां नालों पर कब्जा कर लिए. वोट बैंक की राजनीति के तहत कुछ लोगों ने यहां रहने लगे इन लोगों को सर्वे में शामिल करके कार्ड भी बनाकर दे दिए. देश और राजस्थान से इन अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेजने के लिए बालमुकुंद आचार्य वेरिफिकेशन कराने की बात कही.
बालमुकुंद आचार्य बोले कि हमने सरकार से निवेदन किया है. विधानसभा में प्रश्न पूछकर भी निवेदन किया है कि हमारे यहां किराएदार वेरिफिकेशन होना चाहिए, ताकि यहां जयपुर में डिवाइडर, फुटपाथ और नालों पर रहने वालों का वेरिफिकेशन होना चाहिए. इससे पता लगेगा कि ये लोग कहां से आए हैं और इन्हें वापस कहां भेजने की जरूरत है.