
अबतक इंडिया न्यूज 27 जुलाई । श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सावन शिवरात्रि मनाई जाती है. सावन शिवरात्रि भगवान शिव की पूजा के लिए दूसरा सबसे बड़ा दिन माना जाता है. वैसे शिव पूजा के लिए महाशिवरात्रि का दिन सबसे उत्तम और प्रमुख दिन होता है. इसके अलावा सावन सोमवार, सोमवार, प्रदोष और हर माह में आने वाली शिवरात्रि भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए अच्छे दिन हैं. इस साल सावन शिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. उस दिन आप व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा करें. आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी और शिवजी का आशीर्वाद भी मिलेगा. ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि सावन शिवरात्रि कब है? सावन शिवरात्रि की पूजा का मुहूर्त और महत्व क्या है?
किस दिन है सावन शिवरात्रि 2024?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस बार श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त शुक्रवार को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट से शुरू हो रही है. यह तिथि 3 अगस्त शनिवार को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर खत्म होगी. ऐसे में सावन शिवरात्रि का व्रत और पूजन 2 अगस्त शुक्रवार को होगा.
सावन शिवरात्रि पर बना सर्वार्थ सिद्धि योग
2 अगस्त को सावन शिवरात्रि के अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. उस दिन यह योग सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा और देर रात 12 बजकर 49 मिनट तक मान्य होगा. ऐसे में सावन शिवरात्रि की पूजा इस योग में होगी, जो आपके मनोकामनाओं की पूर्ति में सहायक होगा.
सावन शिवरात्रि का महत्व
शिव भक्तों के लिए सावन शिवरात्रि का महत्व महाशिवरात्रि के समान ही होता है. दरअसल सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है और शिवरात्रि यानि इस माह की चतुर्दशी तिथि के प्रतिनिधि देव भगवान शंकर हैं. ऐसे में माह और तिथि दोनों शिव पूजा के लिए उत्तम है. इस वजह से सावन शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर शिव शंकर की पूजा करते हैं, मंत्र जाप, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक आदि करते हैं, ताकि महादेव की कृपा से संकट दूर हों और पाप से मुक्ति मिले. जीवन में सुख और समृद्धि के साथ सफलता मिले.