अबतक इंडिया न्यूज 6 जून । राजस्थान के झुंझुनूं से बड़ी खबर सामने आई है. जयपुर के विशेष अदालत में एनआईए की टीम ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के मामले में फरार गैंगेस्टर रोहित गोदारा, गोल्डी बरार, वीरेंद्र चारण समेत 12 जनों के खिलाफ चार्जशीट पेश कर दी है. इनमें झुंझुनूं के झेरली गांव का रहने वाला अशोक मेघवाल भी शामिल है.
अशोक मेघवाल को एनआईए की टीम इसी साल 3 जनवरी को झेरली गांव में दबिश देकर अल सुबह उसके मकान से पकड़कर ले गई थी. जिस वक्त एनआईए की तीन टीमों ने झेरली गांव में दबिश दी थी और अशोक मेघवाल को पकड़ा था. उसके पास आठ पिस्टल और 16 मैगजीन भी थी. जिन्हें जब्त किया गया था. सूत्रों के अनुसार एनआईए की चार्जशीट में अशोक मेघवाल पर आरोप तय किया गया है कि सुखदेवसिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग करने के लिए हथियार और वारदात के प्लान में शामिल एक आरोपी भवानी सिंह को उसी ने आश्रय उपलब्ध करवाया था.
भवानी सिंह ने अशोक मेघवाल से हथियार लेकर शूटर नितिन को दिए थे. एनआईए की शुरुआती जांच में यह भी सामने आया था कि अशोक मेघवाल इन दिनों रोहित गोदारा के लिए हथियार सप्लाई का काम करता था. उसे रोहित गोदारा ने 30 हथियार उपलब्ध करवाए थे. इनमें से वह सुखदेवसिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में काम लिए गए हथियारों के साथ-साथ कुल 22 हथियार अलग-अलग जगहों पर सप्लाई कर चुका था. इन 22 हथियारों को सप्लाई करने के बाद तीन जनवरी 2024 को ही अशोक मेघवाल सुबह-सुबह अपने गांव झेरली पहुंचा था.
जहां एनआईए की टीम ने उसे दबोच लिया था. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह एनआईए के अधिकारी भी झुंझुनूं आए थे. जिन्होंने झेरली निवासी अशोक मेघवाल के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी थी. जिला मजिस्ट्रेट जिला कलेक्टर की ओर से अभियोजन स्वीकृति दी गई थी. इस स्वीकृति के बाद अब अशोक मेघवाल समेत 12 के खिलाफ एनआईए ने विशेष अदालत में चार्जशीट पेश की है.